यूक्रेनी हमले पर भड़के पुतिन... ट्रंप से बोले- अब चुप नहीं बैठेंगे,हुई करीब 75 मिनट तक फोन पर बातचित
वॉशिंगटन/मॉस्को।
रूस के पुतिन ने यूक्रेन के ड्रोन हमले पर कड़ा रुख अपनाया और अमेरिका के ट्रंप से 75 मिनट तक बातचीत की। पुतिन ने कहा कि रूस चुप नहीं बैठेगा और जवाबी कार्रवाई करेगा। बातचीत में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी चिंता जताई गई। तनाव बढ़ने के कारण यूरोप व अमेरिका में भी असुरक्षा का माहौल है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण फोन कॉल हुआ, जिसमें दोनों नेताओं ने यूक्रेन द्वारा किए गए हालिया ड्रोन हमलों और ईरान के परमाणु कार्यक्रम जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की। करीब 75 मिनट तक चली इस बातचीत में पुतिन ने साफ तौर पर कहा कि रूस अब शांत नहीं बैठेगा और सैन्य ठिकानों पर यूक्रेनी हमले का निश्चित रूप से जवाब देगा।
बातचीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह बातचीत सीधी, गंभीर और ईमानदार थी। ट्रंप ने कहा कि पुतिन ने उन्हें दो टूक कहा कि रूस के एयरबेस पर हुए ड्रोन हमले को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और इसका असर जल्द दिखेगा। ट्रंप ने बातचीत को उपयोगी बताया, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि हालात में कोई तत्काल सुधार नहीं दिख रहा है।
ड्रोन हमलों के बाद बढ़ा तनाव, जेलेंस्की की बढ़ी चिंता
यह बातचीत यूक्रेन के उस हमले के चार दिन बाद हुई है, जिसमें रूस के कई सैन्य एयरबेसों को निशाना बनाया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ड्रोन हमले में रूस के 40 से अधिक लड़ाकू विमान तबाह हुए हैं और अरबों डॉलर की क्षति हुई है। इस हमले के बाद अब रूस की तरफ से बड़े जवाबी हमले की आशंका जताई जा रही है।
राष्ट्रपति पुतिन का यह सख्त बयान अब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के लिए चिंता का सबब बन सकता है। ड्रोन अटैक के बाद जहां यूक्रेन में जीत की खुशी देखी जा रही थी, अब पुतिन की धमकी ने वहां की सरकार की नींद उड़ा दी है। पुतिन ने यह साफ कर दिया है कि रूस की प्रतिक्रिया सीमित नहीं होगी, बल्कि यह एक बड़ा सैन्य कदम भी हो सकता है।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम भी चर्चा में, बढ़ सकती है वैश्विक चिंता
बातचीत के दौरान ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी विस्तार से चर्चा हुई। ट्रंप ने पुतिन से कहा कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने दिए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान इस मुद्दे पर फैसला लेने में देरी कर रहा है, जो भविष्य में वैश्विक संकट को जन्म दे सकता है। ट्रंप ने पुतिन से इस दिशा में दबाव बनाने की बात कही ताकि ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम पर तुरंत रोक लगाने के लिए बाध्य किया जा सके।
वहीं, सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ अब तक शांत था, लेकिन आने वाले दिनों में सैटेलाइट तस्वीरों में जो हलचल दिख रही है, उससे साफ है कि एक बड़ा हमला हो सकता है। कई इलाकों में रूस ने एयर डिफेंस सिस्टम और भारी सैन्य संसाधनों की तैनाती शुरू कर दी है, जिससे पूरे यूरोप और अमेरिका में भी चिंता बढ़ गई है।
यूक्रेन युद्ध के चलते अमेरिका और रूस के संबंधों में काफी तल्खी आ चुकी है। अमेरिका ने रूस पर कई आर्थिक और रणनीतिक प्रतिबंध लगाए हैं। इन परिस्थितियों में ट्रंप की यह पहल इस तनाव को कम करने की कोशिश जरूर है, लेकिन अभी तक उसमें कोई खास सफलता नहीं दिख रही है।
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