तेजस्वी बोले हमारे पास बिहार को नंबर वन बनाने का ब्लूप्रिंट है; नीतीश सरकार पर बड़ा हमला
तेजस्वी बोले हमारे पास बिहार को नंबर वन बनाने का ब्लूप्रिंट है; नीतीश सरकार पर बड़ा हमला
राज्य | Bihar News
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि उनके पास बिहार को देश का नंबर वन राज्य बनाने का संपूर्ण ब्लूप्रिंट और रोडमैप तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर तबके, वर्ग, जाति और धर्म के लोगों को न्याय और आगे बढ़ने का समान अवसर दिलाने की रूपरेखा उनके पास है। तेजस्वी ने भरोसा जताया कि यदि उन्हें सरकार चलाने का मौका मिला तो नवंबर से ही काम शुरू हो जाएगा और पांच साल के भीतर बिहार पूरे देश में अव्वल राज्य बन जाएगा।
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Bihar No : one |
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहारवासियों को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से एक अहम संदेश दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 वर्षों के कार्यकाल पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। उन्होंने डबल इंजन सरकार को "खटारा" सरकार कहकर तंज भी कसा और सवाल उठाया –
"क्या नीतीश कुमार को किसी योजना का महत्व तभी समझ आता है जब तेजस्वी यादव उसे सार्वजनिक मंच पर उठाते हैं? अगर हमारी बातों और आइडियाज पर ही आपकी सरकार चलनी है, तो आपने पिछले दो दशकों में खुद क्या सोचा और किया?"
तेजस्वी ने यह भी कहा कि आरक्षण, जातीय जनगणना, या नौकरी देने के मुद्दों पर उन्होंने सरकार को इस हद तक दबाव में ला दिया कि वह नाक रगड़ने पर मजबूर हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग केवल कुर्सी की चिंता में डूबे हैं — ना उन्हें बिहार की तरक्की की फिक्र है, और ना ही जनता की।
हमसे पूछा जाता था की दस लाख नौकरियाँ कहा हैं ?
तेजस्वी यादव ने बताया कि जब उन्होंने बिहार में बदलाव का संकल्प लिया, तो उसे केवल वादा बनाकर नहीं छोड़ा बल्कि उसे ज़मीन पर उतारने के लिए पूरी ईमानदारी से काम किया। उन्होंने याद दिलाया कि 2020 के चुनाव में उन्होंने एक आधुनिक और प्रगतिशील बिहार का ब्लूप्रिंट पेश किया था और युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियों का भरोसा दिया था।
उन्होंने कहा कि तब एनडीए सरकार ने उनके वादे का मजाक उड़ाया, सवाल उठाए कि नौकरियां कहां से आएंगी, पैसा कहां से लाएंगे? लेकिन उन्होंने सिर्फ 17 महीने के कार्यकाल में बिना पेपर लीक, बिना देरी या विवाद के 5 लाख नौकरियां दीं और साढ़े पांच लाख नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू कर दी। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और स्पष्ट नीयत का उदाहरण है।
65% आरक्षण के सवाल पर हमेशा से ही सामंती सोच रोड़ा बनकर खड़ी रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे वंचितों, दलितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों और गरीबों को उनका संवैधानिक हक दिलाने के लिए लगातार संघर्षरत हैं। उन्होंने दोहराया कि जातीय जनगणना समय की मांग थी और बिहारवासियों की एकता की बदौलत यह पूरी भी हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने 65 प्रतिशत आरक्षण की मांग उठाई, तो उसमें बार-बार संघी मानसिकता और सामंती सोच बाधा बनती रही। फिर भी तेजस्वी ने जनता को भरोसा दिलाया कि उनके नेतृत्व और जनता के सहयोग से वो दिन जरूर आएगा, जब बिहार में हिस्सेदारी के अनुसार अधिकार मिलेगा।
एनडीए सरकार ने महंगाई में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी की है
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर बेतहाशा महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा ब्लूप्रिंट तैयार किया है जो नीतीश सरकार दो दशकों में नहीं कर सकी।
तेजस्वी ने वादा किया कि जातीय और आर्थिक सर्वेक्षण में चिन्हित 94 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता मिलेगी। साथ ही वृद्धजन, विधवा और दिव्यांगजन की पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि जब उन्होंने ये घोषणाएं कीं, तब 20 वर्षों से निष्क्रिय पड़ी नीतीश सरकार हरकत में आ गई और उसी ब्लूप्रिंट की नकल करने लगी। सत्ता की चिंता में वो जनता के हमदर्द बनने का दिखावा करने लगी है।
तेजस्वी के पास बिहार को नंबर वन राज्य बनाने का ब्लूप्रिंट
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह तो केवल शुरुआत है। उनके पास बिहार को अगले पांच वर्षों में देश का सबसे विकसित राज्य बनाने की स्पष्ट योजना है।
उन्होंने कहा कि वे सरकार को मजबूर कर देंगे कि वह महिलाओं के लिए 'माई बहन मान योजना' के तहत हर महीने ₹2500 की सहायता, गैस सिलेंडर के कीमत में कटौती, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, भूमि सर्वे में पारदर्शिता और डोमिसाइल नीति लागू करने जैसी घोषणाएं करे या उनकी योजनाओं की नकल करने पर मजबूर हो।
सिर्फ पांच वर्षों में बिहार देश का नंबर वन राज्य बन जाएगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह डबल इंजन सरकार असल में डबल स्टैंडर्ड और ट्रबल इंजन सरकार है, जो जनता को केवल चुनाव के समय वादों का झुनझुना थमा देती है और फिर सत्ता में आते ही अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने में लग जाती है।
उन्होंने जनता से अपील की कि अब वक्त आ गया है जब वोट की ताकत से इस सरकार को सत्ता से हटाकर एक नई सुबह, एक नया बिहार लाया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे 20 साल के इस 'चौपट शासन' की कमियां गिनाने में समय नहीं गंवाएंगे, बल्कि पहले दिन से ही सच्चाई, समावेश, साहस और संविधान के साथ बिहार के समावेशी विकास की दिशा में ठोस काम शुरू करेंगे।
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