GCMMF का शानदार प्रदर्शन: अमूल ने FY2025 में 65,911 करोड़ का टारगेट पार किया,जाने पूरी खबर।
GCMMF का शानदार प्रदर्शन: अमूल ने FY2025 में 65,911 करोड़ का टारगेट पार किया, जाने पूरी खबर।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF), जो अमूल ब्रांड के तहत अपने उत्पादों की बिक्री करता है, ने वित्त वर्ष 2024-25 में 65,911 करोड़ रुपये (लगभग 7.75 बिलियन डॉलर) का रिकॉर्ड कारोबार दर्ज किया है। यह बीते वर्ष की तुलना में करीब 10,000 करोड़ रुपये की वृद्धि है, जो संगठन की मजबूत बाजार पकड़ और उपभोक्ताओं के बीच भरोसे को दर्शाती है।
GCMMF के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता के अनुसार, इस साल की बिक्री में 11.23% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में अमूल ने 59,545 करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जो उस समय 8% की वृद्धि दर्शाता था।
अमूल ग्रुप का कुल कारोबार 90,000 करोड़ पार
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे अमूल ग्रुप का संयुक्त कारोबार इस वित्त वर्ष में 90,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। यह न केवल अमूल की ब्रांड वैल्यू को दर्शाता है, बल्कि इसकी गहरी ग्रामीण पहुंच और गुणवत्ता पर आधारित वितरण प्रणाली की भी पुष्टि करता है।
ग्राहकों को राहत और बढ़ती मांग
जनवरी 2025 में GCMMF ने एक रणनीतिक कदम उठाते हुए एक लीटर दूध पैक की कीमत में 1 रुपये की कटौती की थी। इसका उद्देश्य ग्राहकों को बड़े पैक खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना था। जयेन मेहता का मानना है कि उपभोक्ताओं की मजबूत मांग के चलते आने वाले समय में भी विकास की यह गति बनी रहेगी।
FY2026 के लिए नया लक्ष्य: 80,000 करोड़ रुपये का कारोबार
GCMMF ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 80,000 करोड़ रुपये का टारगेट रखा है। कंपनी को उम्मीद है कि लगातार बढ़ती खपत, ग्रामीण किसानों की भागीदारी और उत्पादों की विविधता इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी।
36 लाख किसानों की उम्मीदों का ब्रांड
GCMMF दुनिया की सबसे बड़ी किसान-स्वामित्व वाली डेयरी सहकारी संस्था है, जिसमें गुजरात के 18,600 गांवों के 36 लाख किसान शामिल हैं। इसके 18 सदस्य संघ प्रतिदिन 300 लाख लीटर दूध की खरीददारी करते हैं, जो अमूल ब्रांड के तहत देशभर में वितरित किया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूती
इंटरनेशनल फार्म कंपेरिजन नेटवर्क (IFCN) की रिपोर्ट के अनुसार, दूध प्रोसेसिंग के मामले में GCMMF दुनिया की शीर्ष 20 डेयरी कंपनियों में 8वें स्थान पर है। पिछले साल, अमूल ने अमेरिकी बाजार में भी कदम रखा था, जहां प्रवासी भारतीयों और एशियाई समुदाय की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए दूध के चार वेरिएंट लॉन्च किए गए थे।
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