विश्व वन्यजीव दिवस 2025: क्यों जरूरी है प्रकृति के रक्षकों को याद करना?
इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वन्य जीव न केवल पर्यावरण को संतुलित रखते हैं, बल्कि मानव जीवन पर भी गहरा असर डालते हैं। इसलिए इस दिन का उद्देश्य केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी की याद है कि हमें इन जीवों और उनके आवासों की रक्षा करनी है। 3 मार्च को हर साल मनाया जाने वाला ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ केवल एक तारीख नहीं है, बल्कि यह दिन हमें प्रकृति से जुड़े उन नायकों की याद दिलाता है जो जंगलों, नदियों, पहाड़ों और समुद्रों में बिना किसी शोर के पृथ्वी को जीवित रखने में मदद करते हैं — वन्यजीव।
क्यों मनाया जाता है विश्व वन्यजीव दिवस? विश्व वन्यजीव दिवस 2025
इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है वन्य जीवों और उनके आवासों की रक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना। इंसानों की बढ़ती गतिविधियों, अवैध शिकार, जंगलों की कटाई और प्रदूषण के कारण कई वन्य प्रजातियां या तो संकट में हैं या विलुप्त होने के कगार पर हैं।
आज जब हम जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिकी असंतुलन की बात करते हैं, तब यह समझना जरूरी है कि वन्य जीवों का संरक्षण हमारे अपने अस्तित्व से जुड़ा हुआ है। यदि ये प्रजातियां समाप्त हो गईं, तो प्राकृतिक संतुलन टूट जाएगा और इसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ेगा।
विश्व वन्यजीव दिवस 2025: इस दिवस का इतिहास
विश्व वन्यजीव दिवस की शुरुआत 3 मार्च 1973 को ‘CITES’ (Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora) के समझौते के साथ हुई थी। यह वही दिन था जब इस अंतरराष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसका उद्देश्य अवैध वन्यजीव व्यापार पर रोक लगाना और संकटग्रस्त प्रजातियों को बचाना था।
संयुक्त राष्ट्र ने 2013 में आधिकारिक रूप से इस दिन को "World Wildlife Day" घोषित किया और तब से यह दिन हर साल दुनियाभर में मनाया जाता है।
विश्व वन्यजीव दिवस 2025: वन्यजीव संरक्षण क्यों है ज़रूरी?
- वन्यजीव पृथ्वी के इकोसिस्टम का हिस्सा हैं, जो जलवायु को संतुलित रखते हैं।
- ये प्राकृतिक संसाधनों जैसे जल, वायु, और मृदा की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करते हैं।
- पर्यटन और जैव विविधता के लिए ये बेहद अहम हैं।
- कई प्रजातियां दवाओं और वैज्ञानिक शोध में भी सहायक होती हैं।
इस दिन कैसे मनाया जाता है? विश्व वन्यजीव दिवस 2025
हर साल इस दिन को अलग-अलग थीम के साथ मनाया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी संस्थानों और संगठनों द्वारा प्रदर्शनियां, वर्कशॉप्स, संगोष्ठियां और सोशल मीडिया कैंपेन आयोजित किए जाते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वन्यजीवों की अहमियत को समझ सकें।
निष्कर्ष
विश्व वन्यजीव दिवस सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं है, यह एक संदेश है — 'अगर हम प्रकृति की रक्षा करेंगे, तो प्रकृति भी हमारी रक्षा करेगी'।
हमें अपने आस-पास के जीव-जंतुओं, जंगलों और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए आगे आना होगा, क्योंकि इनका अस्तित्व ही हमारे भविष्य की नींव है।