राम नवमी क्यों मनाई जाती है? जानिए इस पावन पर्व का इतिहास, महत्व और परंपराएं

 राम नवमी क्यों मनाई जाती है? जानिए इस पावन पर्व का इतिहास, महत्व और परंपराएं


त्योहार | राम नवमी  

राम नवमी (Ram Navami) का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और श्रद्धा से भरा हुआ माना जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है। Sri Rama Navami 2025 में यह पर्व और भी विशेष होगा क्योंकि इस वर्ष भक्तों का उत्साह और भक्ति चरम पर रहने वाला है।

राम नवमी क्यों मनाई जाती है? जानिए इस पावन पर्व का इतिहास, महत्व और परंपराएं


 श्रीराम का जन्म – अधर्म पर धर्म की विजय की शुरुआत

पुराणों और रामायण के अनुसार, त्रेता युग में जब धरती पर अधर्म और असुरों का बोलबाला हो गया था, तब रावण जैसे राक्षसों के अत्याचार से पृथ्वी कांप उठी थी। तब भगवान विष्णु ने राजा दशरथ के घर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के रूप में जन्म लिया।

श्रीराम ने न सिर्फ रावण का वध कर धर्म की पुनः स्थापना की, बल्कि अपने जीवन में सत्य, मर्यादा, समर्पण और सेवा के अद्भुत आदर्श प्रस्तुत किए।

राम नवमी का इतिहास

राम नवमी का उल्लेख वाल्मीकि रामायण, रामचरितमानस और पुराणों में विस्तार से मिलता है। यह दिन त्रेता युग की उस घटना को दर्शाता है जब अयोध्या नगरी में महाराज दशरथ के यहाँ प्रभु श्रीराम ने जन्म लिया था। कहते हैं, जैसे ही प्रभु का जन्म हुआ, सारे ब्रह्मांड में दिव्य प्रकाश फैल गया था और देवताओं ने पुष्पवर्षा की थी।


 धार्मिक महत्व और परंपराएं

राम नवमी का पर्व भक्ति, संयम और सेवा का प्रतीक है। इस दिन भक्तगण उपवास रखते हैं, मंदिरों में विशेष पूजा होती है, रामायण का पाठ किया जाता है, और जगह-जगह राम जन्मोत्सव की झांकियाँ निकाली जाती हैं।

प्रमुख परंपराएँ:- राम नवमी

  • राम दरबार की पूजा: श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की पूजा होती है।
  • राम जन्म की आरती: दोपहर 12 बजे विशेष आरती होती है, जब राम का जन्म हुआ था।
  • राम भजन और कीर्तन: भक्ति भाव से मंदिरों और घरों में भजन होते हैं।
  • झांकियाँ और शोभा यात्राएँ: नगरों में भव्य शोभा यात्राएँ निकलती हैं।


भारत ही नहीं, विदेशों में भी मनाया जाता है राम नवमी

नेपाल, मॉरीशस, त्रिनिडाड, गुयाना जैसे देशों में बसे भारतीय मूल के लोग भी राम नवमी को बेहद श्रद्धा और भक्ति से मनाते हैं। इससे यह पर्व वैश्विक स्तर पर सनातन संस्कृति का प्रतीक बन गया है।


श्रीराम नवमी 2025 कब है? (Ram Navami 2025 Date)

Sri Rama Navami 2025 की तारीख: 10 अप्रैल 2025 (गुरुवार)

इस दिन पूरे भारत में मंदिरों में विशेष पूजा, श्रीराम जन्मोत्सव की झांकियाँ, भजन-कीर्तन और रामायण पाठ होते हैं। भक्तगण व्रत रखते हैं और राम भजन के माध्यम से प्रभु श्रीराम को याद करते हैं।


राम भजन - "राम नाम का प्याला प्यारा"

राम नाम का प्याला प्यारा,

जो भी पिए, उसका उद्धार हो सारा।

सीता के राम, रघुकुल के धीर,

भक्तों के तू ही रक्षक वीर।।


हरिओम राम राम बोले,

मन का अंधियारा सब खोले।

राम नाम से मिटे दुख भारी,

राम भजन से मिले सुख सारी।।


चरणों में तेरे जीवन रख दूँ,

हर सांस में तेरा नाम जप लूँ।

हे रघुनंदन, मेरे प्राणाधार,

तेरा नाम ही है मेरा संसार।।


राम नाम जपते चलो,

हर बंधन से मुक्त होते चलो।

राम ही सत्य, राम ही प्यार,

राम भजन से होता उद्धार।।


श्री राम नवमी शुभकामनाएं (Sri Rama Navami Wishes in Hindi)

1. 🌸 राम नवमी की शुभकामनाएं!

भगवान श्रीराम का आशीर्वाद आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए।
🌿 जय श्रीराम!
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को अपनाएं और जीवन को धर्ममय बनाएं।

2. 🔔 राम नवमी के पावन अवसर पर
आपके जीवन में नए प्रकाश और आनंद का उदय हो – श्रीराम आपके रक्षक बनें।
🌞 राम जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई!
सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिले – यही श्रीराम की सच्ची भक्ति है।
3. 📿 राम नाम का ले सहारा,
हर संकट होगा तुम्हारा हारा।
राम नवमी की मंगलकामनाएं!
4. 🏵️ श्रीराम का आशीर्वाद सदैव आपके साथ हो,
आपका जीवन प्रेम, भक्ति और शांति से परिपूर्ण हो।
राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
5. 💐 राम हैं शक्ति, राम हैं भक्ति,
राम हैं जीवन की मुक्ति।
राम नवमी पर यही शुभकामना है – जीवन में श्रीराम सदैव साथ रहें।
6. 🌼 राम नवमी 2025 की पावन बधाई!
भगवान राम के चरणों में सच्चा प्रेम और समर्पण ही जीवन का सार है।

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