मुस्तफाबाद हादसा: छह मंजिला इमारत गिरी, चार की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, जाने पूरी ख़बर।
By- Santosh Gupta | Time - 07:33 AM
दिल्ली | मुस्तफाबाद | Date - 19/04/25
पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में मंगलवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया, जब एक छह मंजिला इमारत भरभरा कर ढह गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विनीत कुमार ने बताया कि यह घटना मंगलवार शाम लगभग 7 बजे की है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि उस समय इलाके में धूल भरी तेज आंधी चल रही थी, जिसके कारण निर्माणाधीन यह इमारत भरभरा कर गिर पड़ी। इमारत में निर्माण कार्य चल रहा था और बताया जा रहा है कि इसके अंदर कई मजदूर मौजूद थे।
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल के मुताबिक, उन्हें रात करीब 2:50 बजे सूचना मिली कि मुस्तफाबाद में एक मकान ढह गया है। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और पाया कि पूरी इमारत जमींदोज हो चुकी है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और दिल्ली फायर सर्विस की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल के पास एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में इमारत गिरने की पूरी घटना कैद हुई है, जिससे जांच में मदद मिल रही है।
#WATCH | Latest visuals from the Mustafabad area of Delhi, where several people are feared trapped after a building collapsed today, early morning. Rescue operations underway. pic.twitter.com/X2sOUP9QLR
— ANI (@ANI) April 19, 2025
मौके पर मौजूद एक महिला प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उस इमारत में दो पुरुष, उनकी दो बहुएं और छह बच्चे रहते थे। “सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं और दूसरी बहू के भी तीन... लेकिन अभी तक हमें कुछ पता नहीं चल पा रहा कि वे कहां हैं। कोई नजर नहीं आ रहा,” महिला ने रोते हुए बताया।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह भी मधु विहार थाना क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत धूल भरी आंधी के कारण ढह गई थी। उस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हुए थे। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं दिल्ली में निर्माण कार्यों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही हैं।
निष्कर्ष
मुस्तफाबाद की यह घटना एक बार फिर से हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारे शहरों में निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है? जब-जब तेज आंधी या बारिश आती है, दिल्ली जैसे शहर में इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, जो प्रशासनिक लापरवाही और नियमों की अनदेखी की ओर इशारा करती हैं। बेगुनाह लोगों की जान सिर्फ इसलिए चली जाती है क्योंकि समय रहते किसी ने एक्शन नहीं लिया। अब जरूरत है सख्त निगरानी, नियमित जांच और जिम्मेदार निर्माण की, ताकि फिर कोई मासूम जिंदगी मलबे में न दबे।
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